Bihar Board Class 10th Social science Vvi Question Answer 2024

Bihar Board Class 10th Social science Vvi Question Answer 2024

प्यारे साथियों बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित मैट्रिक बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए सोशल साइंस का मोस्ट वी सब्जेक्टिव क्वेश्चन लेकर आ चुके हैं जिसमें आपकोअति लघु एवं दीर्घ लघु उत्तरीय प्रश्नरहेंगे सभी क्वेश्चन को आप लोग याद कर लीजिए एवं कॉपी में नोट जरूर कर लीजिए ।

Class 10th Social Science Subjective Questions Answer 2023

1. इटली तथा जर्मनी के एकीकरण में आस्ट्रिया की भूमिका क्या थी ?

उत्तर-इटली तथा जर्मनी के एकीकरण में ऑस्ट्रिया सबसे बड़ी बाधा था चूकिं एकीकरण के पीछे मूलतः राष्ट्रवादी भावना थी और ऑस्ट्रिीया का चांसलर ‘मेटरनिख’ घोर प्रतिक्रियावादी था उसने इटली तथा जर्मनी में एकीकरण हेतु होनेवाले सभी आंदोलनों अथवा प्रयासों को दबाया। मेटरनिख की दमनकारी नीति के प्रतिक्रियास्वरूप इटली तथा जर्मनी की जनता में राष्ट्रवाद का भाव बढ़ता गया। ऑस्ट्रिया में मेटरनिख के पतन के बाद इटली तथा जर्मनी के लोगों ने एकीकरण के मार्ग की सबसे बड़ी बाधा का समाप्त हुआ देख पुनः भारी उत्साह के साथ एकीकरण का प्रयास किया और अन्ततः सफलता पायी।

2. दांडी यात्रा का क्या उद्देश्य था ?

उत्तर-दांडी यात्रा का उद्देश्य समुद्र के पानी से नमक बनाकर कानून का उल्लंघन करना था।

3. गाँव के कृषिजन्य आर्थिक क्रियाकलापों की विशेषता को दर्शायें।

उत्तर-शहरों तथा नगरों से गाँव को उनके आर्थिक प्रारूप में कृषि जन्य क्रियाकलापों में एक बड़े भाग के आधार पर भी अलग किया जाता है। दूसरे शब्दों में गाँव की आबादी का एक बड़ा हिस्सा कृषि संबंधी व्यवसाय से जुड़ा है। अधिकांश वस्तुएँ कृषि उत्पाद ही होती हैं जो उनकी आय का प्रमुख स्रोत होता है। अत: एक कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था मूलतः जीवन निर्वाह अर्थव्यवस्था की अवधारणा पर आधारित थी।

4. नई आर्थिक नीति क्या है ? विवेचना करें

उत्तर-लेनिन ने 1921 ई० में एक नई नीति की घोषणा की जिसमें मार्क्सवाद के मूल्यों से कुछ हद तक समझौता करना पड़ा। नई आर्थिक नीति में निम्नलिखित प्रमुख बातें थीं-

(i) किसानों से अनाज लेने के स्थान पर एक निश्चित कर लगाया गया। बचा हुआ अनाज किसान का था, वह उसका मनचाहा इस्तेमाल कर सकता था।

(ii) यद्यपि यह सिद्धान्त में कायम रखा गया कि जमीन राज्य की है फिर भी व्यवहार में जमीन किसान की हो गई।

(iii) 20 से कम कर्मचारियों वाले उद्योगों को व्यक्तिगत रूप से चलाने का अधिकार मिल गया।

(iv) उद्योगों का विकेन्द्रीकरण किया गया।

(v) विभिन्न स्तरों पर बैंक की स्थापना की गई।

(vi) विदेशी पूँजी को भी सीमित तौर पर आमंत्रित की गई।

(vii) व्यक्तिगत सम्पत्ति और जीवन की बीमा भी राजकीय एजेंसी द्वारा शुरू किया गया।

(viii) ट्रेड यूनियन की अनिवार्य सदस्यता समाप्त कर दी गई। नई आर्थिक नीति के द्वारा लेनिन ने उत्पादन की कमी को नियंत्रित किया। इसके परिणामस्वरूप कृषि एवं औद्योगिक उत्पादन में आशातीत वृद्धि हुई।

5. भावी समाज में लोकतंत्र की जिम्मेवारी और उद्देश्य पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।

उत्तर लोकतंत्र ऐसी शासन व्यवस्था है, जिसमें लोगों के लिए एवं लोगों के द्वारा ही शासन चलाया जाता है। शासन में लोक प्रतिनिधि लोगों के हित तथा उनकी इच्छा की सर्वोपरि महत्त्व देना चाहते हैं। लोकतंत्र सारी सामाजिक विभिन्नताओं, अंतरों और असमानताओं के बीच सामंजस्य बैठाकर उनका सर्वमान्य समाधान देने की कोशिश करता है।

6. जीवन के विभिन्न पहलुओं का उल्लेख करें जिसमें भारत में स्त्रियों के साथ भेदभाव है या वे कमजोर स्थिति में हैं।

उत्तर -लैंगिक विभेद पर आधारित सामाजिक विभाजन सार्वजनिक क्षेत्र एवं निजी क्षेत्र दोनों में स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ता है। लड़के और लड़‌कियों के पालन-पोषण के क्रम में ही परिवार में यह भावना घर कर जाती है कि भविष्य में लड़कियों की मुख्य जिम्मेवारी गृहस्थी चलाने और बच्चों का पालन-पोषण तक ही सीमित होती है। और, उसकी पुष्टि श्रम के लैंगिक विभाजन से हो जाती है। यह प्रवृति कमोवेशं सभी परिवारों में देखा जा सकता है। महिलाओं का कार्यक्षेत्र घर अंदर तक ही सीमित रहता है। उनका काम खाना बनाना, कपड़ा साफ करना, सिलाई फड़ाई करना और बच्चे का पालन-पोषण आदि है। पुरुष भी इन कार्यों को भलीभाँति कर सकता है। परंतु पुरुष वर्ग के दिमाग में यह विचारधारा घर बना चुका है कि औरत का जन्म इस कार्य को ही पूरा करने के लिए हुआ। हमारा समाज अभी भी पितृ-प्रधान है। औरतों के साथ आज भी कई तरह के भेदभाव होते हैं। इस बात का संकेत निम्न तथ्यों से मिलता है-

(i) महिलाओं में साक्षरता की दर अब भी मात्र 54 प्रतिशत है जबकि पुरुषों में 76 प्रतिशत। यद्यपि स्कूली शिक्षा में कई जगह लड़कियाँ अव्वल रही हैं फिर भी उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाली लड़कियों का प्रतिशत बहुत ही कम है।

(ii) शिक्षा में लड़‌कियों के इसी पिछड़ेपन के कारण अब भी ऊँचे तनख्वाह वाले और ऊँचे पदों पर पहुँचने वाली महिलाओं की संख्या बहुत ही कम है।

(iii) यद्यपि एक सर्वेक्षण के अनुसार एक औरत औसतन रोजाना साढ़े सात घंटे से ज्यादा काम करती है जबकि एक मर्द औसतन रोज छः घंटे ही काम करता है। फिर भी पुरुषों द्वारा किया गया काम ही ज्यादा दिखाई पड़ता है। क्योंकि उससे आमदनी होती है।

(iv) लैंगिक पूर्वाग्रह का काला पक्ष बड़ा दुखदायी है जब भारत के अनेक हिस्से में माँ-बाप को सिर्फ लड़के की चाह होती है। लड़की को जन्म लेने से पहले हत्या कर देने की प्रवृति इसी मानसिकता का परिणाम है।

7. फसल चक्रण मृदा संरक्षण में किस प्रकार सहायक है ?

उत्तर-फसल-चक्र (चक्रण) मृदा संरक्षण में अत्यंत सहायक होता है क्योंकि इसके द्वारा मृदा के पोषण-स्तर को बरकरार रखा जा सकता है। दो धान्य फसलों के बीच एक दलहन की फसल को उगाना फसल-चक्र (चक्रण) कहलाता है। इसके द्वारा दलहनी पौधों की जड़ों से नाइट्रोजन स्थिरीकरण जीवाणु प्राप्त किए जा सकते हैं।

8. भारत की नदियों के प्रदूषण के कारणों का वर्णन कीजिए।.

उत्तर-भारत में प्रायः नगर एवं कल-कारखाने नदियों के किनारे अवस्थित हैं। इन नगरों के लोगों के मल-मूत्र और कारखानों के कचड़ों को नदियों में ही गिरा दिया जाता है। पुनः कृषि में प्रयुक्त रसायनों, उर्वरकों, कीटनाशकों के जल में मिल जाने के कारण भी नदियों का प्रदूषण हुआ है।

9. उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर-उदारीकरण-उद्योग को स्थापित करने के लिए एवं व्यापार को सरल एवं व्यापक बनाने के लिए नियमों एवं पाबंदियों को लचीला बनाना उदारीकरण कहलाता है। इससे बाजार में प्रतिस्पर्धा उत्पन्न होती है, जिससे उपभोक्ता को सस्ता एवं गुणवत्तापूर्ण सामग्री की प्राप्ति सरल रूप में हो जाती है।

निजीकरण– जब किसी उद्योग का प्रबंधन का नियंत्रण किसी निजी व्यक्ति या सहकारी समिति के हाथ में होती है तो यह व्यवस्था निजीकरण कहलाता है। इससे किसी प्रतिष्ठान पर सरकारी एकाधिकार कम या सीमित हो जाता है।

वैश्वीकरण– देश की अर्थव्यवस्था को विश्व की अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ने की प्रक्रिया वैश्वीकरण कहलाती है। इससे प्रत्येक देश बिना किसी प्रतिबंध के पूँजी, तकनीक एवं व्यापारिक आदान-प्रदान करने में सक्षम हो पाता है। इस प्रक्रिया द्वारा भारत भी विश्व के विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्था से जुड़ सकेगा।

10. बाढ़ नियंत्रण के लिए उपाय बताएँ।

उत्तर– बाढ़ नियंत्रण के लिए निम्नलिखित उपाय है-

(a) नदियों के किनारे मकानों का निर्माण नहीं किया जाना चाहिए।

(b) बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ईंट, बालू, सीमेंट युक्त मकानों का निर्माण करना चाहिए।

(c) बाढ़ के बाद जल के निकलने की सुविधा होनी चाहिए।

(d) बाढ़ की सूचना प्राप्त होने के बाद उस क्षेत्र को लोगों द्वारा खाली कर देना चाहिए।

(e) बाढ़ पूर्व ही दवा, खाद्य एवं पेयजल की सुविधा उपलब्ध कर लेनी चाहिए।

(f) नदियों की तटबंधों का नियमित समय पर मरम्मत कार्य होना चाहिए।

(h) मानवों को जागरूक करने का प्रयास किया जाना चाहिए।

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